शनिवार, 14 अप्रैल 2012
हंसना ही जिन्दगी
पल - पल हमसे सवाल करती है जिन्दगी |
पूछती है कैसे हो और कैसी कट रही है जिन्दगी |
हम भी मुस्कुरा के हर बार उसको ये जवाब देते हैं |
लाख सितम सही फिर भी हंस के कट रही है जिन्दगी |
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)