शनिवार, 10 दिसंबर 2011
वक्त
वक्त के गुजरने का न तुम इंतज़ार करो |
लड़ो मुसीबतों से वक्त को न बदनाम करो |
वक्त को भी हम सब ने मिलकर बनाया है |
सुइयों को थामने से वक्त कहाँ रुक पाया है |
2 टिप्पणियां:
mridula pradhan
ने कहा…
very good.
11 दिसंबर 2011 को 4:54 am बजे
कुमार राधारमण
ने कहा…
और भूपेन हजारिका हैं कि गा रहे हैं-
समय धीरे चलो..
12 दिसंबर 2011 को 4:37 am बजे
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2 टिप्पणियां:
very good.
और भूपेन हजारिका हैं कि गा रहे हैं-
समय धीरे चलो..
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